अपराध बोध – उमा वर्मा

Post View 7,782 अंधविश्वास को तोड़ती छोटी सी स्वरचित  कहानी ।—- सुबह होते ही भाग दौड़ शुरू हो जाती है ।पति का नाश्ता, बच्चों की टिफ़िन,घर की साफ-सफाई  सब कुछ तो जरूरी  हो जाता है ।आज भी सारे काम खत्म करके  चाय का कप लेकर  बालकनी में बैठी ही थी कि पति चिल्लाए “” मेरे … Continue reading अपराध बोध – उमा वर्मा