अपनो पर विश्वास – नताशा हर्ष गुरनानी
Post View 199 खेती करके सबका पेट पालने वाले घनश्याम बाबू अब बूढ़े हो चुके थे। बेटा अपनी दुनियां में खुश था। बड़े शहर में बड़ी कंपनी में बड़े पद पर था। पोता उनका कॉन्वेंट में पढ़ता था। बेटा हमेशा अपने पिता को अपने पास रहने के लिए कहता पर वो हमेशा मना कर देते … Continue reading अपनो पर विश्वास – नताशा हर्ष गुरनानी
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