अपनों का साथ.… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi
Post View 70,507 कंधे पर दुपट्टा डाल… गीता घर से निकलने ही वाली थी… कि बड़ी भाभी बोल उठीं… “क्यों अपनी जिंदगी का… सत्यानाश करने पर तुली हैं… यह कोई उम्र है सत्संग करने की… मैं जाऊं करूं तो समझ आता है… आप क्यों रोज निकल पड़ती हैं…!” वह गीता से उम्र में काफी बड़ी … Continue reading अपनों का साथ.… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi
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