अपनी खुशियों के लिए आपको अकेला नहीं छोड़ सकती – अर्चना कोहली “अर्चि”
Post View 231 आज सुधीर को गए तीन महीने बीत चुके थे। जब-जब भी अनु सफेद साड़ी में लिपटी निस्तेज़-सी श्यामा को देखती, उसका कलेजा मुँह को आ जाता। फूल-सी कोमल हँसती-खिलखिलाती श्यामा की क्या हालत हो गई है। कुदरत भी क्या खेल रचाती है”। अनु को याद आया, कितने चाव से वह छह … Continue reading अपनी खुशियों के लिए आपको अकेला नहीं छोड़ सकती – अर्चना कोहली “अर्चि”
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