अपने पास रहना है – नीरजा कृष्णा
Post View 434 वो हाथ में चाय का प्याला पकड़े बैठी रह गई थी। मन में विचारों का झंझावात चल रहा था…क्या करूँ …क्या ना करूँ। दोराहे पर खड़ी वो परेशान थी…पति तो जीवन में बहुत पहले ही साथ छोड़ गए थे…दो बच्चों की जिम्मेदारी और कॉलेज की नौकरी… दोनों को बहुत कुशलता से निभाया … Continue reading अपने पास रहना है – नीरजा कृष्णा
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