अपने आत्म-सम्मान की रक्षा उसके खुद के हाथ में है – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

सुहानी, जो पढ़ाई में बहुत अच्छी थी और उसे नौकरी करने का भी शौक था, शादी के बाद जब ससुराल आई, तो उसे अपने ससुराल में यह समझने में देर नहीं लगी कि यहां के लोग पढ़ी-लिखी बहू को आसानी से अपनाने वाले नहीं हैं। ससुराल में वह पहली बहू थी जिसने न केवल उच्च … Continue reading अपने आत्म-सम्मान की रक्षा उसके खुद के हाथ में है – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi