अपनापन – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 16,230 Moral Stories in Hindi : बेटा, बबलू सुना है अपनी रश्मि को देखने वाले आये थे,बंसी ने तो कुछ बताया नहीं, पता नही क्या हुआ?तुम पता तो करो। ठीक है,पापा मैं सूरज भैय्या से बात करूंगा,तभी पता चल पायेगा।        शांति शरण और बंसीधर दोनो सगे भाई थे।पिता बनारसीदास के गुजर जाने के … Continue reading अपनापन – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi