अपना अपना दर्द – शिप्पी नारंग : Moral stories in hindi

Post Views: 13 “बीजी” “हूं…बोलो” आभा जी ने अपनी मेड मालती की आवाज़ सुनकर कहा । दो क्षण तो चुप्पी रही फिर मालती की आवाज आई “मुझे दो दिन की छुट्टी चाहिए।” आभा जी का हाथ काम करते करते रुक गया। माथे पर त्यौरियां चढ़ाते हुए बोली”तुझे पता है ना संडे को मेरे घर पर … Continue reading अपना अपना दर्द – शिप्पी नारंग : Moral stories in hindi