अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 36) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

सुबह की बेला जब सूर्योदय के साथ हवा में ठंडक भरी होती है, जिसके साथ जुड़ कर हृदय भी ताजगी व मिठास से भरा सुगंध लिए नए दिन का स्वागत करता है। रात का अंधेरा दबे पाॅंव विलीन होता नई उम्मीदों का किरण बिखेरता है, उस समय शोर और शंका के बजाय  शांति का अनुभव … Continue reading अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 36) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi