अनोखा बंधन – पुष्पा पाण्डेय 

Post View 1,775 बहुत देर से कुमुद उमाकांत का इंतजार कर रही थी। सुबह का गये तीन बज गये, परेशान होना स्वाभाविक था। कहकर गये थे एक घंटे में आ जाऊँगा। मोबाइल भी घर पर ही छोड़ गये। विचारों का मंथन चल ही रहा था कि दरवाजे की घंटी बजी।  ” अरे, इतनी देर कहाँ … Continue reading अनोखा बंधन – पुष्पा पाण्डेय