अनकहा दर्द – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Post Views: 12 कितनी कोशिश करती हूं पर ये आंसू निकल हीं आते हैं…. पति की बेरूखी और सपाट व्यवहार को बर्दाश्त करती रही बच्चे मुझे समझेंगे पर बच्चे भी….                       बचपन में मां मुझमें और छोटे भाई में फर्क करती थी तो मासूम मन रो उठता…. छोटे भाई राजन को बहला फुसला कर मलाई वाली … Continue reading अनकहा दर्द – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi