अनकहा दर्द – सुनीता मुखर्जी “श्रुति”: Moral Stories in Hindi

Post Views: 4 अम्मा! ओ अम्मा! दरवाजा खोलो!….खोलो न अम्मा!  बस तुम्हें एक नजर देखना चाहती हूं!!! सुरभि घर का गेट पकड़ कर लगातार बोलकर रोये जा रही थी। शायद वह भूल गई कि गेट में एक मोटा सा ताला लगा हुआ है।  संजय जी एवं सुकन्या के तीन बेटे एवं एक बेटी थी। तीन … Continue reading अनकहा दर्द – सुनीता मुखर्जी “श्रुति”: Moral Stories in Hindi