अनजाने रास्ते (भाग-5) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi

Post Views: 9 Moral Stories in Hindi : घर से बाहर क़दम रखते हुए वह एक पल को ठिठकी। इस घर में बिताए बाइस वर्ष उस एक पल में सिमट गये। उसकी सारी आकांक्षाएँ, इच्छाएँ पलक झपकते ही पूरी करते पापा, लाड़ दुलार से पापा के कंधों पर झूलती वो, उसकी चोटी खींचकर चिढ़ाते अमित … Continue reading अनजाने रास्ते (भाग-5) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi