Post View 1,657 पति से बातें करती हुई यामिनी के नयन फिर से झर-झर बरस रहे थे मगर आज की यह बारिश ख़ुशियों वाली थी। वे भी प्रेम से ताके जा रहे थे कर-बद्ध एकटक उनके मुख को निहारती हुई अर्द्धांगिनी को। पति के गहरे नयनों की भाव-भरी भाषा को बाँचती हुई यामिनी बीते अतीत … Continue reading अँधेरों से आगे – नीलम सौरभ
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