अमर-प्रेम – पुष्पा जोशी

  ‘बस माँ , अब और नहीं, आप कब तक सहेंगी यह सब  ? तीन दिन से देख रहा हूँ, पापा रात को देर से आते हैं ,खाना नहीं खाते और सो जाते हैं | फिर आप भी कुछ नहीं खाती | आज तो हद ही कर दी घर पर ही नहीं आए | कब तक … Continue reading  अमर-प्रेम – पुष्पा जोशी