अलविदा भीगी आँखों से – गोमती सिंह
Post View 1,478 ——सरस्वती और मंदाकिनी दोनों बैठकर आपस में पुरानी बातों को याद कर रहे थे। सरस्वती बोल रही थी-पता है मंदाकिनी, मेघा जब स्कूल जाती थी तब मेरे से ही चोटी बनवाती थी । कभी-कभी उसकी चाची बोल देती “आओ मेघा मैं छोटी बना देतीं हूँ, माँ जी कुछ दुसरे काम में ब्यस्त … Continue reading अलविदा भीगी आँखों से – गोमती सिंह
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