अलविदा अनया – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi
Post Views: 12 डैप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस मिस्टर सत्यकाम दुबे घर के दरवाजे पर दस्तक देने ही वाले थे कि उन्हे भीतर से किसी पुरुष के फुसफुसाने के स्वर सुनाई दिये। उनका पुलिसिया दिमाग तुरंत सचेत हो गया और उन्होने कोट की जेब में पड़ी पिष्टल हाथ में ले ली। दरवाजे को ज़ोर का धक्का … Continue reading अलविदा अनया – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed