Post View 436 जाने क्यों आज मुझे घड़ी की टिक टिक की आवाज बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रही थी। मन कर रहा था की घड़ी को उतार कर फेंक दूं। अचानक घड़ी की तरफ देखते देखते मैं 3 साल पीछे चली गई और आंँखों के सामने वह सारा मंजर घूम गया,जिसने मेरी दुनिया ही … Continue reading अल्हड़ इश्क़ – अभिलाषा आभा
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