Post View 876 15 दिन से हर वकील, पुलिस के पास, इन्साफ के लिए भटक रही है। पहले तो थाने में बलात्कारी के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने जब गई तो थानेदार ने लम्बा चौड़ा भाषण दे दिया। “अरी कमला रानी, किसके खिलाफ रपट लिखाने चली है तू, तुझे पता है ना वो कितने बड़े बाप का … Continue reading आखिरी उम्मीद – प्रेम बजाज
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