अखिरी फैसला – रीमा महेंद्र ठाकुर
Post View 5,416 चित्रकथा घर आज खुशियों से भरा था, मेहमानों के जमघट के बीच, माधुरी के पति आलोक, अपनी नन्ही सी बच्ची को बाहों में उठाए, बेतहाशा चूमे जा रहे थे! पिता का प्रेम, पांच साल हो गये विवाह को अब जाकर पिता का सुख मिला था! माधुरी बडी ममता भरी निगाहों से बच्ची … Continue reading अखिरी फैसला – रीमा महेंद्र ठाकुर
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed