“अकेलापन” – अनु अग्रवाल

Post View 672 हरि बेटा….तेरी माँ की तबियत बहुत खराब है…….थोड़ा समय निकालकर…….. “मैं कोई डॉक्टर थोड़े ही हूँ….आप दवा दे दो माँ को ठीक हो जायेंगीं”- हरि….. रमाशंकर जी की बात बीच में ही काटकर बोल पड़ा। “हर बीमारी का इलाज सिर्फ दवा नहीं होती बेटा….. अकेलापन खा चला है उसे…..कैसी तड़प रही है … Continue reading “अकेलापन” – अनु अग्रवाल