आईना – अर्चना कोहली ‘अर्चि’  : Moral Stories in Hindi

Post Views: 2 शाम चार से छह बजे तक महेश जी दुकान बंद करते हैं। आज दुकान से आकर लंच करने के बाद वाशबेसिन में हाथ धो ही रहे थे कि कॉलबेल बजी। महेश ने तौलिए से हाथ पोंछ कर दरवाज़ा खोला तो भैया-भाभी थे। “अरे, भैया-भाभी आप अचानक! आज इतने सालों बाद मेरी याद … Continue reading आईना – अर्चना कोहली ‘अर्चि’  : Moral Stories in Hindi