Post View 1,162 अग्नि परीक्षा लक्ष्मी ने आँखों के सपने लिए हुए ससुराल की दहलीज पर कदम रखा तो उसे बहुत सुखद का अहसास हुआ। उसे यह घर अपना लगने लगा। क्योंकि मायके में हर वक्त यह सुनते सुनते ऊब चुकी थी की एक दिन तुम्हें तो अपने घर जाना है। यह वाक्य लक्ष्मी के … Continue reading अग्नि परीक्षा – ऋतु गर्ग
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