अफसोस – डाॅक्टर संजु झा: Moral Stories in Hindi
Post View 1,744 अपने घर की बालकनी में बैठी उमा एकटक सूरज को निहार रही थी।उसकी जिन्दगी की तरह शाम का सूरज ढ़लते दिन का आभास करा रहा था।उसकी जिन्दगी का सूरज भी तो बेवफा निकलकर रात के अंधेरे में गुम हो गया। उमा को सदैव अफसोस रहेगा कि उसकी खुद की गलती के कारण … Continue reading अफसोस – डाॅक्टर संजु झा: Moral Stories in Hindi
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