आधुनिक युग – प्रीती सक्सेना 

Post View 358 कॉलेज का आखिरी दिन, एमबीए, कंप्लीट हुआ, पढ़ाई खत्म, पूरी तरह से फ्री, सब खुशी से चहचहा, से रहे थे, हम पांच सहेलियों का प्लेसमेंट, मुंबई की अलग अलग कम्पनी में हुआ था, वहां भी मिलने की खुशी थी, दिन भर खूब मस्ती करके, घर पहुंची, मम्मी पापा, खुश भी थे, और … Continue reading आधुनिक युग – प्रीती सक्सेना