अभी इतना भी बूढ़े नहीं हुए हैं कि बच्चों की उंगली पकड़कर चलें – अलका शर्मा : Moral Stories in Hindi

Post View 6,361 ” पता नहीं मम्मी पापा को तो यहां आना इतना रास आ गया है कि यही बस गये है। सोचा था कि आठ दस दिन रहकर वापस अपने घर आगरा चले जाएंगे परंतु जाने का तो नाम ही नहीं ले रहें हैं।यार आजादी बिल्कुल खत्म हो गई है।” फोन पर अपनी सहेली … Continue reading अभी इतना भी बूढ़े नहीं हुए हैं कि बच्चों की उंगली पकड़कर चलें – अलका शर्मा : Moral Stories in Hindi