अभागन – हेमलता : Moral Stories in Hindi

समृद्धि – समृद्धि बोलते हुए किसी ने उसे ज़ोर से झंझोड़ा तो देखा सामने उसकी प्रिय सखी रूचि खड़ी थीं और उसे पुकार रही थी पर वो तो अपना नाम भूल ही चुकी थी क्योंकि कोई भी उसे समृद्धि नाम से बुलाता ही नहीं था | सब उसे अभागन ही बोलते थे | आज बहुत … Continue reading अभागन – हेमलता : Moral Stories in Hindi