अब मत आना मॉम… माँ  – रवींद्रकांत त्यागी

Post View 3,575 चार साल की उम्र की बहुत सी बातें अब मस्तिष्क से धूमिल हो गई हैं किन्तु वो पल हमेशा याद रहा जब मेहमानों के छोटे से समूह के सामने मुझ छोटे से बालक को अजीब से असमंजस में ड़ाल दिया गया था। बारह सितंबर की सुहानी शाम थी। मीठी मीठी पुरवायी चल … Continue reading  अब मत आना मॉम… माँ  – रवींद्रकांत त्यागी