अब मत आना मॉम… माँ  – रवींद्रकांत त्यागी

Post Views: 4 चार साल की उम्र की बहुत सी बातें अब मस्तिष्क से धूमिल हो गई हैं किन्तु वो पल हमेशा याद रहा जब मेहमानों के छोटे से समूह के सामने मुझ छोटे से बालक को अजीब से असमंजस में ड़ाल दिया गया था। बारह सितंबर की सुहानी शाम थी। मीठी मीठी पुरवायी चल … Continue reading  अब मत आना मॉम… माँ  – रवींद्रकांत त्यागी