अब दर्द सहा नहीं जाता। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi
Post View 4,291 शिरीष तुम्हारे मौजे यही पर रखे हैं और तुमने मुझे पुरे घर में घुमा दिया, एक मौजें भी तुमसे संभाल कर नहीं रखे जाते हैं, आजकल तुम भुलक्कड़ हो गई हो, शिरीष ने तंज कसा और तैयार होने लगा। ये सुनकर स्वाति को बड़ा बुरा लगा, उम्र तो ज्यादा नहीं थी, पचास … Continue reading अब दर्द सहा नहीं जाता। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi
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