अयोग्य संबंधी – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi
Post View 8,748 नीरज के पापा रवि उसका रिजल्ट लेकर घर में घुसते ही अंबुजा-अंबुजा चिल्लाने लगे।अंबुजा जी रवि की धर्मपत्नी थीं।थोड़ी तेज स्वभाव की थीं।मायका पक्ष धनवान था,तो रौब झड़ ही जाता था उनसे। दौड़ी आईं और हांफते हुए बोलीं”,अब क्या कर दिया मेरे नीरज ने?”जो इतना हल्ला मचाया हुआ है।”रवि जी ने प्रसाद … Continue reading अयोग्य संबंधी – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi
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