आत्मसम्मान – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

Post Views: 3 ——————– बेटा यह फैसला मैंने अपने आत्म सम्मान के लिए लिया है।  मेरा संबल तुम्हारे पापा ही है। आज भी उनकी पेंशन आती है और मेरी बीमारी पर मेरा इलाज आराम से हो जाता है । क्या वृद्ध होने पर माता-पिता की बच्चों पर निर्भरता की कीमत उनका आत्मसम्मान है? क्यों वृद्धजन … Continue reading आत्मसम्मान – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi