आत्मसम्मान – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Post Views: 8 सरस्वती भगवान के सामने हाथ जोड़कर आँखों में आँसू भरकर विनती कर रही है कि हे भगवान मुझे आपने अपने पास बुलाना भूल गए हो क्या ? और कितने दिन मुझे यह सब सहना पड़ेगा । मैंने ऐसी कौनसी ग़लतियाँ की हैं जिसके कारण मेरे आत्मसम्मान को हमेशा ठेस पहुँचती रहती है … Continue reading आत्मसम्मान – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi