आत्मसम्मान का स्वाद – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post Views: 20     ” नंदा..ज़रा मेरी साड़ी तो प्रेस कर दे..।” छोटी भाभी के आदेश पर नंदा उनके कमरे की तरफ़ दौड़ी तभी ,” नंदा.. ,मोनू को लंचबाॅक्स दे आ।” बड़ी भाभी की आवाज़ पर नंदा किचन की तरफ़ दौड़ी।प्रतिदिन उसके दिन की शुरुआत ऐसे ही दोनों भाभियों के आदेशों से ही होती थी।कुछ सालों … Continue reading आत्मसम्मान का स्वाद – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi