आंतरप्रेन्योर – कंचन शुक्ला

Post View 1,153 शोभा अपनी माँ से- अम्मा!! कलेक्टर साहब और परधान का जलवा देखी हो। कितने लोग उनकी गाड़ी के आगे पीछे चलते हैं। सर!! सर!! कहते नही थकते। उनके एक आदेश पर, हैया दैय्या करके दौड़ते हैं। हमको भी ऐसा ही कुछ बनना है। अम्मा सोभा से- आज हम सप्तमी का व्रत किये … Continue reading आंतरप्रेन्योर – कंचन शुक्ला