ऑंसू बन गए मोती – विनीता महक गोण्डवी : Moral Stories in Hindi
Post Views: 6 अरे …… सुशीला तुम रोज रोज इतनी देर से क्यों आती हो….? तुम तो जानती हो मुझे ऑफिस जाना है। सुशीला की मालकिन दिव्या ने कहा… सुशीला बिना कुछ कहे … जल्दी जल्दी काम में लग गई। दिव्या को लगा सुशीला कुछ परेशान हैं। दिव्या ने किचन में जाकर सुशीला से कहा…. … Continue reading ऑंसू बन गए मोती – विनीता महक गोण्डवी : Moral Stories in Hindi
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