ऑंसू बन गए मोती – विनीता महक गोण्डवी : Moral Stories in Hindi

Post View 3,349 अरे …… सुशीला तुम रोज रोज इतनी देर से क्यों आती हो….?  तुम तो जानती हो मुझे ऑफिस जाना है। सुशीला की मालकिन दिव्या ने कहा… सुशीला बिना कुछ कहे … जल्दी जल्दी काम में लग गई। दिव्या को लगा सुशीला कुछ परेशान हैं। दिव्या ने किचन में जाकर सुशीला से कहा…. … Continue reading ऑंसू बन गए मोती – विनीता महक गोण्डवी : Moral Stories in Hindi