आंखों देखी-कानो सुनी – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 122 अरे अन्नू के पापा जल्द आओ,आओ ना जल्दी से। क्या हुआ मालती, क्या बात है,रात में भी तुम्हे चैन नही? अरे देखो खिड़की से बाहर जल्दी से इधर आओ,ये अपने पड़ौसी का लड़का राजेश कैसे चोरी चोरी सा छुपता सा जा रहा है,जरूर कोई मामला है,इसके लक्षण मुझे तो ठीक नही लगते।जरूर … Continue reading आंखों देखी-कानो सुनी – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi