‘आम की एक फाॅंक’ – श्वेता अग्रवाल। : Moral Stories in Hindi

Post View 12,449 गर्मियों के दिन थे। नीता अपने बच्चों के साथ ऑंगन में बैठी आम के मजे ले रही थी। प्लेट में पीले, मीठे,रसीले आम के टुकड़े रखे थे और वे सभी बहुत खुश होकर खा रहे थे। मोनिका का छह साल का बेटा अंशु भी वहीं खेल रहा था। आम देखकर उसके छोटे-छोटे … Continue reading ‘आम की एक फाॅंक’ – श्वेता अग्रवाल। : Moral Stories in Hindi