आज सही मायने में मुझे बेटी मिली – संगीता त्रिपाठी

Post View 1,775 जिंदगी भर जिसकी कद्र नहीं की,” आज  न जाने क्यों उसकी यादें, मेरी आँखों में आँसू भर रहे हैं..?, “तुम सही कह रही, राधा,.। आखिर हीरे की परख जौहरी ही तो करता हैं, पर हम हीरे की परख समय बीत जाने के बाद कर पाये..।               जो बहुएँ, आपकी नौकरी तक, हमारे … Continue reading आज सही मायने में मुझे बेटी मिली – संगीता त्रिपाठी