Post View 471 एक बार गौतम बुध अपने शिष्यों के साथ भ्रमण कर रहे थे तभी रास्ते में जाते हुए वह अपने शिष्यों को संगति के गुण का मतलब समझा रहे थे. वह अपने शिष्यों से कह रहे थे कि तुम जैसी संगति रखोगे वैसे ही तुम भी बनते जाओगे। उनकी एक शिष्य ने महात्मा … Continue reading संगति से गुण होत है
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