जिम्मेदारीयां कभी ख़त्म नहीं होंगी – कृति गुप्ता : Moral Stories in Hindi
Post View 50,169 आज नेहा का पहला दिन था ऑफिस में, कदम रखते ही मैनेजर नें कहा- त्यौहार का दिन हैं कम से कम थोड़ा जल्दी आ सकती थी। नेहा बोलना चाह रही थी कि सर आज मेरा पहला दिन हैं तो सादी पहनने में लेट हो गया, मगर कह ना सकी, मैनेजर ने उसे … Continue reading जिम्मेदारीयां कभी ख़त्म नहीं होंगी – कृति गुप्ता : Moral Stories in Hindi
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