वजन ! – निरंजन धुलेकर

Post View 229 बेटे ने एम टेक किया और उसकी सर्विस दूर शहर में लग गयी , छै सात साल से वो अपने घर साल में दो तीन बार ही आ पाता था गाडियाँ भी बदलनी पड़तीं । पहले होस्टल और अब रूम पर उसके लौटते समय घर का वारावरण बोझिल हो जाता ।  ये … Continue reading वजन ! – निरंजन धुलेकर