उसने हमारी ख्वाहिश को तिरस्कृत नहीं किया पर पुरस्कृत किया है….. – भाविनी केतन उपाध्याय 

Post View 201  वाह, भाभी,नई साड़ी और उस पर से सब मैचिंग क्या बात है ? कोई लॉटरी लगी या कोई नई दोस्ती हुई ? वैसे आप बहुत जंच रही है ” नीलम ने अपने मामा की बेटे की बहू दिपिका का सब के सामने मज़ाक उड़ाते हुए कहा । ” नहीं दीदी, यह तो … Continue reading उसने हमारी ख्वाहिश को तिरस्कृत नहीं किया पर पुरस्कृत किया है….. – भाविनी केतन उपाध्याय