उपहार (भाग-4) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

Post View 125 ” हे भगवान क्या करूॅ मैं?” लेकिन ऑफिस आते ही वह सब कुछ भूल जाता। मन के चोर को छुपाने के लिए वह अहिल्या और बच्चों से कुछ अधिक ही प्यार का प्रदर्शन करने लगा – ”   क्या बात है आजकल आप कुछ अधिक ही रोमाण्टिक होते जा रहे हैं ? … Continue reading उपहार (भाग-4) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi