उनसाठ बरस का कुंवारा वसंत… विनीता राहुरीकर

Post View 2,926 टैक्सी से उतरकर मीरा ने सामान के थैले बाहर निकाले और उसे किराया दिया। जब उसने गेट की तरफ देखा तो गार्ड नदारद था। ना जाने कहां चला गया। दो मिनट मीरा ने राह देखी फिर थैले उठाकर बिल्डिंग की तरफ चल दी। आज परिसर में भी कोई नहीं था। लिफ्ट तक … Continue reading उनसाठ बरस का कुंवारा वसंत… विनीता राहुरीकर