थक गई हूं अन्याय सहते सहते!! – कनार शर्मा 

Post View 556 सुबह का वक्त जहां सांस लेने की फुर्सत ना होती है… रोज की तरह शिखा अपने हाथ फुर्ती से चला रही थी। एक तरफ चाय तो दूसरी गैस पर सब्जी बन रही थी। वही जल्दी-जल्दी परात में आटा लगा ढककर रखा ही था कि सासू मां चिल्लाई… बहू चाय ले आओ दोपहर … Continue reading थक गई हूं अन्याय सहते सहते!! – कनार शर्मा