प्रमाण पत्र – हरी दत्त शर्मा : Moral Stories in Hindi
कक्षा में प्रवेश करने के बाद मेरी नजर अनायास ही उस लड़की पर ठहर गई जो बेंच के एक कोने में सिकुडी हुई सी बैठी थी। सभी छात्राओं से अलग थलग, दुबली पतली, साँवली, भोली भाली और मासूम सी। सामान्य सी बात थी, कोई न कोई छात्र अलग थलग सा होता ही है। मैने अपना … Read more