मतलबी काकी – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi
Moral Stories in Hindi : ” चलो.. अब राहत मिली।काकी चली गईं..बड़ी शांति है।इतने दिनों तक तो…ओफ़्फ! अच्छा जिया बेटा…ज़रा उनके कमरे में जाकर देख आओ…कुछ छूट तो नहीं गया है।” सोफ़े पर बैठते हुए अविनाश ने एक ठंडी साँस भरी और अखबार के पन्ने पलटने लगा ” जी..पापा ” कहकर जिया गेस्ट रूम की ओर … Read more