गैरों में अपनों की परख – मुकेश पटेल
बंसी लाल जी की इलाहाबाद में किराने की दुकान थी। इसी किराने दुकान से घर भी चलता था और अपने इकलौते बेटे को पढ़ाकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बना दिया था। बेटा गुड़गांव में एक एमएनसी कंपनी में नौकरी करता है। गर्मी की छुट्टी में बेटा और बहू दोनों इलाहाबाद आए हुए थे और उन्होंने अपने पापा … Read more