“मैं बोनसाई नहीं” – सुधा जैन
ईशा प्यारी सी लड़की, सुंदर, सुशील ,समझदार, माता पिता ने सुयोग्य लड़का ,घर परिवार, देखकर उसकी शादी कर दी ।मध्यम वर्गीय परिवार में पली-बढ़ी इशा अपने मन में ढेर सारे सपने सजाए ससुराल आ गई। ससुराल में सास ससुर दो ननंद और एक देवर है ।शादी के पहले मां हर दिन समझाती रहती ,”ईशा थोड़ा … Read more