वसीयतनामा – नन्दलाल भारती : Moral stories in hindi

New Project 56

सुबह मौन थी। सूरज की रोशनी पेड़ों के झुरमुटों से शनै शनै झर रही थी पर किसी को इस अद्भुत प्राकृतिक नजारे से कोई सरोकार न था क्योंकि मुकुल के निष्प्राण शरीर को पुआल बिछा कर लेटा दिया गया था। सब की नजरें मुकुल के मृत शरीर पर टिकी थी। कुछ लोग जहां तहां खड़े … Read more

वसीयतनामा – नन्दलाल भारती ( भाग – 1 ) : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुबह मौन थी। सूरज की रोशनी पेड़ों के झुरमुटों से शनै शनै झर रही थी पर किसी को इस अद्भुत प्राकृतिक नजारे से कोई सरोकार न था क्योंकि मुकुल के निष्प्राण शरीर को पुआल बिछा कर लेटा दिया गया था। सब की नजरें मुकुल के मृत शरीर पर टिकी थी। … Read more

बेटी – डॉ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

New Project 2024 04 29T104436.080

Moral stories in hindi  : मैं गर्भवती हूं तीसरी बार।सारा शरीर आलस्य एवं एक अनजान आशंका से सुस्त सा है। मैं उत्साहित न सही पर तीसरे बच्चे के लिए मानसिक रूप से तैयार तो हो ही गई हूं।सच,मां बनना भी अपने आप में एक अनोखा अनुभव है। पहले से दो बेटियां हैं रिद्धि और सिद्धि। … Read more

नजर का टीका – बालेश्वर गुप्ता : Short Stories in Hindi

New Project 42

Short Stories in Hindi :   तुम्हे कुछ होश भी है, कुछ भी कहे जा रहे हो।पढ़ लिख लिये हो,नौकरी करते हो इसका मतलब यह तो नही,खानदान की इज्जत को तार तार करोगे।क्यूँ अपने ही खानदान को दागदार करने पर तुले हो?देखो राजीव मैं तुम्हे किसी विधवा से शादी करने की इजाजत नही दे सकता।अधिक आदर्शवादी … Read more

विश्वासघात – शिप्पी नारंग : Emotional Hindi Stories

72 वर्षीय नवीन जी फटी फटी आंखों से अपने सामने बड़ा सा चाकू लहराते हुए अपने नौकर अशोक को देख रहे थे जो अपने साथी पवन, जो नवीन जी की 70 वर्षीय पत्नी निर्मला जी को पकड़ कर खड़ा था । नवीन जी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि 3 साल से उनका … Read more

घमंड – संगीता श्रीवास्तव : best hindi stories

New Project 99

अंजलि मुंहफट औरत थी। उसे किसी को भी नीचा दिखाने में मजा आता था।   उनके पति अच्छे ओहदे पर पोस्टेड थे।वह स्वयं तो खूबसूरत थी ही और बेटी मां से भी खूबसूरत। किसी को अपने में लगाती‌ नहीं थी। एक दिन बातों ही बातों में, अंजलि अपनी देवरानी निर्मला से कहने लगी,”क्या करोगी निर्मला! … Read more

जानकी अम्मा – वीणा सिंह

New Project 59

कार्तिकेय नलिनी और श्रीनाथ का एकलौता बेटा.. माता पिता दोनो एक कंपनी में इंजीनियर थे.. जानकी नलिनी के अपार्टमेंट में नलिनी के अलावा पांच और घरों में काम करती थी.. उम्र होगी मुश्किल से पच्चीस साल.. सांवला रंग कमर तक झूलती चोटी को तीज त्योहार में जुड़ा बनाकर फूलों के गजरे से सजा लेती तो … Read more

लिव इन –  अमित रत्ता

New Project 88

श्रेया बहुत ही पढ़ीलिखी होनहार होशियार और आत्मनिर्भर लड़की थी। माँ बाप का मानना था कि हमारी बेटी एकदिन हमारा नाम रोशन करेगी। श्रेया अभी बाइस साल की हुई थी। आज सुबह जैसे ही वो आफिस जाने लगी तो माँ ने टिफिन हाथ मे पकड़ाते हुए कहा कि पापा तुम्हारे रिश्ते के बारे में बात … Read more

दर्द के आँसू  – मीनाक्षी सिंह

New Project 87

माँ ,जल्दी आओ….देखो पापा ने फिर बिस्तर गंदा कर दिया ….आप कहां चले ज़ाते हो इनके पास से….पता हैँ ना आपको आज मेरे सिनियर सर अपनी फैमिली के साथ खाने पर आ रहै हैँ…पूरे घर में बदबू आ रही हैँ…साफ कीजिये जल्दी… बेचारी 70 वर्षीय रमावती जी को अपने सगे बेटे कुनाल के मुंह से … Read more

अब पछताये होत क्या? –  मुकुन्द लाल part 1|best hindi kahani

  रात के अंधकार को चीरते हुए बस पूरी रफ्तार से गीली सड़क पर दौड़ रही थी। रह-रहकर बादल के गरजने और बिजली के चमकने का क्रम जारी था।   पानी भी घंटे-आध घंटे के अंतराल पर बरस रहा था पर कमलेश के अंतस्थल में उमड़ते- घुमड़ते दुख के बादल उसकी आंँखों के माध्यम से लगातार बरस … Read more

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